Thursday, September 08, 2016

50 साल से सलाखों के पीछे है अंबिका

मानवाधिकार कार्यकर्ता श्रुति नागवंशी का कहना है कि सरकारों की अनदेखी के कारण सालों से लोग कैद हैं। कई कैदियों से तो उनके घर वाले भी मिलने नहीं आते हैं और कई गंभीर बीमारियों से ग्रसित हैं। #मानवाधिकार आयोग और संगठनों ने कई बार सरकारों के सामने बात रखी लेकिन गंभीरता से नहीं लिया गया। आखिरकार 70 वर्ष का शख्स समाज में आएगा तो कौन सा अपराध करेगा। नीति निर्धारकों को गंभीरता से सोचकर अधिक आयु के कैदियों के प्रति संवेदनशीलता और मानवीय दृष्टिकोण अपनाने की जरूरत है।

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